Makar Sankranti Facts in Hindi 2024

नमस्कार दोस्तों, आज इस पेज पर हम Makar Sankranti Facts in Hindi की जानकारी पढ़ेगें।

पिछले पेज पर हमने Lohri Facts in Hindi की जानकारी शेयर की थी तो उस पोस्ट को भी पढ़े।

चलिए इस पेज पर हम Makar Sankranti Facts in Hindi की जानकारी को पढ़ते हैं।

Makar Sankranti Facts in Hindi

1. मकर संक्रांति (संक्रान्ति) पूरे भारत और नेपाल में भिन्न रूपों में मनाया जाता है। पौष मास में जिस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है उस दिन इस पर्व को मनाया जाता है।

2. वर्तमान शताब्दी में यह त्योहार जनवरी माह के चौदहवें या पन्द्रहवें दिन ही पड़ता है, इस दिन सूर्य धनु राशि को छोड़ मकर राशि में प्रवेश करता है।

3. तमिलनाडु में इसे पोंगल नामक उत्सव के रूप में जाना जाता हैं जबकि कर्नाटक, केरल तथा आंध्र प्रदेश में इसे केवल संक्रांति ही कहते हैं।

4. बिहार के कुछ जिलों में यह पर्व ‘तिला संक्रांत’ नाम से भी प्रसिद्ध है। मकर संक्रान्ति पर्व को कहीं-कहीं उत्तरायण भी कहते हैं।

5. 14 जनवरी के बाद से सूर्य उत्तर दिशा की ओर अग्रसर (जाता हुआ) होता है। इसी कारण इस पर्व को ‘उतरायण’ (सूर्य उत्तर की ओर) भी कहते है।

Makar Sankranti Facts in Hindi

6. वैज्ञानिक तौर पर इसका मुख्य कारण पृथ्वी का निरंतर 6 महीनों के समय अवधि के उपरांत उत्तर से दक्षिण की ओर वलन कर लेना होता है। और यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है।

7. यह भारतवर्ष तथा नेपाल के सभी प्रांतों (प्रान्तों) में अलग-अलग नाम व भांति-भांति के रीति-रिवाजों द्वारा भक्ति एवं उत्साह के साथ धूमधाम से मनाया जाता है।

8. मकर संक्रांति पर सम्पूर्ण प्रकृति भगवान भुवनभास्कर का नमन करने लगती है। ऐसे में मनुष्य भी अपनी यथाशक्ति सूर्यदेव का अभिनंदन करके स्वयं को कृतार्थ करते है।

9. योगी और ऋषियों ने इस दिन की महत्ता का उल्लेख अनेक शास्त्रों में किया है।

10. पुराणों में उल्लेख है कि मकर संक्रांति पर पहली बार पतंग उड़ाने की परंपरा सबसे पहले भगवान श्रीराम ने शुरु की थी। इस दिन पतंग को हवा में उड़ाकर छोड़ देने से सारे क्लेश समाप्त होते है।

Makar Sankranti Facts

11. तमिल की तन्दनानरामायण के अनुसार भगवान राम ने जो पतंग उड़ाई वह स्वर्गलोक में इंद्र के पास जा पहुंची थी।भगवान राम द्वारा शुरू की गई इसी परंपरा को आज भी निभाया जाता है।

12. मकर संक्रांति के दिन दान का विशेष महत्व है। इस दिन गरीबों को यथाशक्ति दान करना चाहिए। पवित्र नदियों में स्नान करें। इसके बाद खिचड़ी का दान देना विशेष फलदायी माना गया है। इसके अलावा गुड़-तिल, रेवड़ी, गजक आदि का प्रसाद बांटा जाता है।

13. भगवान सूर्य 14 जनवरी दिन गुरुवार की सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसी के साथ मकर संक्रांति की शुरुआत हो जाएगी। वहीं, दिन भर में पुण्य काल करीब शाम 5 बजकर 46 मिनट तक रहेगा। महापुण्य काल सुबह में ही रहेगा। माना जाता है कि पुण्य काल में स्नान-दान करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है।

14. सुबह जल में गंगाजल, सुगंध, तिल, सर्वऔषधि मिलाकर स्नान करें। स्नान करने के दौरान गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वति। नर्मदे सिन्धु कावेरी जलऽस्मिन्सन्निधिं कुरु। इस मंत्र को पढ़े।

15. भगवान विष्णु की पूजा करें, भगवान को तिल, गुड़, नमक, हल्दी, फूल, पीले फूल, हल्दी, चावल भेट करें। घी का दीप जलाएं और पूजन करें।

Makar Sankranti Facts in Hindi

16. इसके बाद सूर्यदेव को जल में गुड़ तिल मिलाकर अर्घ्य दें। जल में काले तिल, गुड़ डालकर पीपल को जल दें।

17. जरूरतमंदों को तिल, गुड़, चावल, नमक, घी, धन, हल्दी जो भी भगवान को भेट किया वह दान कर दें।

18. सूर्यपुराण, शनि स्तोत्र, आदित्यहृदय स्तोत्र, विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना लाभकारी रहेगा।

जरूर पढ़िए :

Animals FactsAjab Gajab FactsHorror facts
Life factScientists FactComputer Facts

उम्मीद हैं आपको Makar Sankranti Facts in Hindi की जानकारी पसंद आयी होगी।

यदि आपको Love Facts in Hindi की जानकारी पसंद आयी हो तो Love Facts in Hindi के इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर कीजिए।

Leave a Comment