SEO क्या है SEO के प्रकार और SEO कैसे करे

अगर आप Blogging से जुड़े हैं तो Search Engine Optimisation यानि कि SEO क्या है और SEO कैसे करे के बारे मे थोड़ा बहुत तो जरूर जानते होंगे।

SEO मेरे हिसाब से जड़ होता है किसी भी website का। इसके बिना आप जितना भी अच्छा content लिखलो किसीको नज़र तक नहीं आएगी। इसीलिए search engine optimization के बारेमे जानकारी होना बहोत ज़रूरी होता है।

आपको ऐसे काईन लोग मिलेंगे जो कहते होंगे की में एक SEO Expert हूँ मुझे कुछ पैसे देदो मैं कुछ ही दिनों में तुम्हारे site केलिए SEO करके उसे SERP में top rank दिलवा दूंगा। ऐसा कुछ नहीं होता यह सब fraud होते हैं और खुद को सब कुछ जानने का दवा करते हैं। SEO के बारेमे किसीको भी पूरी तरह से पता नहीं होता क्यूंकि इसके rules बार बार बदलते रहते हैं।

इसीलिए जो basic जानकारी होती है जैसे की SEO क्या होता है इसको कैसे करते हैं यह सब में आपको बताने की कोशिश करूँगा , फिर आप इसको practice करेंगे तोह कुछ ही दिनों में आप खुद अपने posts को rank करवा सकते हो।

SEO के बारेमे तोह हमे पता चल गया अब यह कैसे जाने की hindi blog केलिए SEO कैसे करे ? चलिए पहले ऊपर वाला चीज़ को अच्छे से समझते हैं और इसको भी सिखने की कोशिश करेंगे।

SEO क्या है

SEO एक Optimization Technique है जिसके Practice से एक Blogger अपने वेबसाइट के Article को Search Engine पर Top Page पर Rank कर सकता है।

यह पूरी तरह से Dependent होता है Search Engine के Algorithm के ऊपर क्यूंकि आप पुराने Technique के मदद से Recent Time में Rank नहीं कर सकते। Algorithm के बदलने के साथ ही SEO के नियम को भी बदलना पड़ता है।।

इसके बिना फिर चाहे आप कितना भी कोशिश करलो google के नज़र में आप कभी भी नहीं आ पाओगे।

SEO का Full Form क्या हैं

SEO का full form

S – Search

E – Engine

O – Optimization

SEO के प्रकार

कुछ ही चीज को जानने से पहले पहले हमे यह जानना ज़रूरी है के इसके कितने प्रकार होते हैं। इसके बिना हम पूरी जानकारी कभी नहीं ले पाएंगे। Search engine optimization को इसके प्रैक्टिस के नज़र से 2 भाग में बांटा गया है।

  • On-Page SEO
  • Off-Page SEO

चलिए इन दोनों को अच्छे से समझते हैं।

On-page SEO क्या है 

एक Website का design से लेकर इसके अंदर के contents तक जितने भी अंदर की चीज़ होते हैं उसको google के नज़र में लाने केलिए जो सो किया जाता है उसको on -page seo कहते हैं।

इसके क्या क्या components होते हैं ?

Blog structure

आपका structure कैसा है ,क्या readers आपके site पर अच्छे से navigation कर पा रहे हैं , यह सब बहोत मायने रखता है। अगर कोई आपके blog पर ए और उसे कुछ ढूंढ़ने में दिक्कत आये तोह क्या होगा वह तुरंत चला जायेगा।

इससे आपका bounce rate बढ़ेगा और यह गूगल को बिलकुल पसंद नहीं। सिलिये एक अच्छा स्ट्रक्चर को होना ज़रूरी होता है जिससे की crawler और readers दोनों को navigation में मदद मिले।

Keywords

जब आप कुछ search करते हैं तोह जो लिख के करते हैं उसीको keyword कहते हैं। आप चाहे जो भी लिखो उसको डिफाइन करने केलिए एक keyword का होना ज़रूरी है। यही वह ची है जिसके मदद से readers आपके आर्टिकल को पढ़ पाएंगे।

एक अच्छा कीवर्ड का होना मानो सोने पे सुहागा। अच्छा keyword density और लौ difficulty level के कीवर्ड से आप easily रैंक कर सकते हो।
इसके लिए आपको कीवर्ड research कैसे करते हैं सीखना पड़ेगा जिसके लिए आओ youtube या फिर किसी expert blogger का मदद ले सकते हैं। या फिर अगर आप इस ब्लॉग पर सीखना चाहते हैं तोह निचे comment में ज़रूर बताएं।

Image alt text

किसी भी चीज़ को अच्छे से समझने केलिए एक visualization की ज़रूरत पड़ती है ,ऐसे में image top पर आता है। अगर आप अपने content में एक अच्छा सा तस्वीर लगा कर समझायेंगे तोह लोगों को मदद मिलती है।

लेकिन crawler में वह काबिलियत नहीं होती की वह इसे देखके समझ सके इसीलिए इसको समझाने केलिए एक तरह का tag का इस्तेमाल करना पड़ता है जिसे की alt tag कहते हैं। यह एक तरह का short indication होता है जिसे आप words में describe करते हैं crawler को।

SEO title

जब भी कोई आपके ब्लॉग पर आता है तोह उसका नज़र अगर आपके eye catching title पर पड़े तोह वह ज़रूर उसे read करेगा। इसलिए यह SEO का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है।

लेकिन जब आप अपने title को कीवर्ड के मदद से modify करते हो तोह यह SEO के दृष्टि में अच्छा माना जाता है।

Meta description

यह एक छोटा description होता है जिसमे की आपके overall आर्टिकल के अंदर क्या क्या महजूद है उसका एक झलक देता है। आप search result में जो भी title के निचे देखते हो वह meta description होता है।

Internal linking

हम जब एक article लिखते हैं तब एक ही जगह सब कुछ बार बार नहीं लिख सकते इसीलिए किसी anchor के साथ हम इसे दूसरे page पर लिंक करते हैं , इसे internal linking कहते हैं।

आपका internal linking हमेशा strategic होनी चाहिए , हमेशा relevant pages के साथ ही linking करना चाहिए ,नहीं तोह इसका SEO के ऊपर negative impact पड़ता है।

Outbound Linking

outbound link मतलब external linking होता है। आप के पास कभी कभी ऐसा भी शब्द या term आ सकता है जिसका की जवाब आ अच्छे से नहीं दे पाते इसीलिए किसी दूसरे का मदद लेते हैं और उसीके page को link करते हैं।

एक high authority ब्लॉग से external linking भी एक plus point होता है।

Url Structure

आपका url का structure भी बहोत matter करता है जब आपको top page पर रैंक करना होता है। क्यूंकि यह ही एक मात्रा ऐसा कॉम्पोनेन्ट है जिसे search engine पढ़ पाता है। आप का url जितना साफ़ और short होगा उतना ही अच्छा है।

हमेशा keyword को url यानिकि slug में include करने से google को जल्दी से पता चलता है सीके content में ऐसा क्या है जो इसे रैंक किया जा सकता है।

Robots.txt

Crawler ही वह robot है जो आपके site को visit करता है और देखता है इसमें क्या क्या है। हर वेबसाइट में ऐसा कुछ ना कुछ ज़रूर होता है जो कभी भी google को दिखना नहीं चाहिए क्यूंकि वह सिर्फ readers केलिए होते हैं।

इसीको रोकने केलिए हम एक robots txt file को add करते हैं जो crawler को बताता है कौनसे पेज को crawl करना है कौनसे page को नहीं।

Off-Page SEO क्या है 

on page के साथ साथ हमको कुछ ऐसे factors पर भी ध्यान देना पड़ता है जीके वजह से हमे कुछ authority मिलती है और इसे कुछ लोग ranking factor भी मानते हैं।

इसके प्रकार ज्यादा नहीं है और लेकिन on page seo से ज्यादा मुश्किल होता है। थोड़ा म्हणत करने से इसपर भी mastery हासिल किया जा सकता है।

Backlinks

Backlink के बारेमे तोह सबको पता है क्यूंकि beginner ब्लॉग बनाने के बाद ही backlink बनाने लग जाते हैं और spam backlink बना बैठते हैं।

Backlink का मतलब होता है अगर किसी और के site से हमारे site पर कोई लिंक आ रहा है और उस से हमे referral traffic मिल रहा है तोह वह एक backlink कहे लाएगा।

Quality backlink बनाने के कुछ best methods हैं।

  • Guest Post
  • Forums Backlink
  • In content backlink
  • comment backlink

Social media पर share करे

Social media भी SEO केलिए एक बहोत important role play करता है। आप अगर किसी top page को inspect करेंगे तोह जान पाएंगे की उस post को social media पर काईन बार share किया गया है।

सोशल मीडिया भी एक search इंजन की तरह काम करता है ,और अगर आपका content सोशल मीडिया पर available है तोह दूसरे search engines उसे जल्दी ढूंढ पाते हैं और index करते है।

इसीलिए हमेशा अपने blog पर social share का options ज़रूर add करे।

Search engine optimization कैसे काम करता है

इसका बस simple सा फंडा है , आप content लिखेंगे search engine इसे crawl करवाएगा फिर serp पर rank करवाएगा।

यह process कुछ इस तरह का होता है।

सबसे पहले जब आप एक नया content लिखते हो और publish करते हो , तुरंत google को एक ping मिलता है की इसने अपने site पर कुछ modification किया है। फिर google अपने robot को भेजता है जिसे हम crawler के नाम से जानते हैं ,फिर वह उस modification को देखता है और google को खबर देता है।

इस process को Crawling कहते हैं।

Crawling होने के बाद google उसका url को find करता है और उसके eligibility को निहार कर index करता है।

Indexing का मतलब होता है जब आपका url search engine में available होता है उसे कहते हैं। Indexed होनेके बाद असली process शुरू होता है ranking का।

किसी high authority blog को rank करनेमे ज्यादा समय नहीं लगता वह दो दिन में हो जाते हैं पर किसी नए ब्लॉग या फिर low authority blog को सिर्फ index होनेमे इतने टाइम लग जाते हैं।

Google के algorithm के हिसाब से content को परखा जाता है की क्या यह उस काबिल है जो इसे पहले page पे या दूसरे page पर rank किया जा सके। चाहे आपका content perfect क्यों ना हो अगर आपके ऊपर के सारे blog से कुछ ज्यादा या अच्छा information provide नहीं कर रहा तोह वह कभी rank नहीं कर पायेगा।

फिर आपका content quality को देखके उसे position दिया जाता है और यह धीरे धीरे बदलता रहता है।

SEO हर Blog के लिए क्यों जरूरी होता है 

जैसे की मैंने ऊपर बताया चाहे आप जितनी भी अच्छी content क्यों ना लिखलो अगर वह rules के अंदर नहीं आ रहे तोह वह कभी भी नहीं rank कर पाएंगे।

SEO यहाँ काम आता है। आप proper keyword के साथ अगर अपना content को optimize करेंगे और उसका एक अच्छा url structure बनाकर index करवाओगे तोह ranking होनेका चान्सेस बढ़ सकता है।

Seo ranking proof

आपको सर्च इंजन को बताना होता है की आपका content इसके ऊपर है और मैंने यह यह लिखा है और मेरे site पर इस इस websites से link आ रहे हैं , फिर इन सबको consider करके आपको ranking दिया जायेगा।

Organic traffic पानेका यही एक लौटा तरीका है जिसको सिखने से आप लाखों traffic generate कर सकते हैं।

अगर आपको backlink के अलावा भी कहीं से referral traffic चाहिए तोह निचे दिए गए article को ज़रूर पढ़े।

Medium से Traffic लाने का तरीका

Hindi Blog के लिए SEO कैसे करे

हम जब भी SEO सीखते हैं और उसे अपने hindi blog पर implement करना चाहते हैं तोह तोह बहोत दिक्कत आती है क्यूंकि Hindi blog केलिए keyword search ,url बनाने का tareeka सब थोड़ा मुश्किल होता है। एक सच्चा blogger ही समझ सकता है की SEO क्या होता है।

मैं भी पहले कुछ नहीं जानता था और अपना url को ऐसे ही बना देता था जिससे की url में invalid characters आ जाते थे और SEO पर गलत impact पड़ता था।

एक अच्छा SEO Plugin का इस्तेमाल करे

आप अगर अच्छे से अपने site को optimized करना चाहते हो तोह मैं सुझाब दूंगा की आप SEO plugin का इस्तेमाल करे। आपको यह मदद करेगा अपना article को SEO friendly बनाने केलिए।

आप सब कुछ manually नहीं कर सकते इसमें आपको बहोत ज्यादा समय लग जायेगा , इसीलिए एक Plugin का इस्तेमाल अच्छा रहेगा।

आप Yoast SEO या फिर RankMath का इस्तेमाल कर सकते हैं।

Blog में SSL certificate का इस्तेमाल करे

ब्लॉग में हमेशा SSL certificate का इस्तेमाल करे। एक SSL certificate आपके blog को हमेशा encrypted रखता है और safety provide करता है।

अगर आपने हमारा SSL certificate के ऊपर article पढ़ा होगा तोह मेरा यह कहने मतलब आपको पता होग।

एक अच्छा Blog design बनाये

कोई भी जब आपके ब्लॉग पर visit करता है तोह सबसे पहला impression अगर कोई डालता है तोह वह है आपका blog का डिज़ाइन। एक अच्छा blog design हमेशा आपका bounce rate को reduce करनेमे सबसे पहला स्थान पर आता है।

मेरा सुझाब यह रहेगा की Blog का design अच्छा बनाने के चक्कर में इसमें ज्यादा समय बर्बाद ना करे और एक simple सा अच्छा design choose करे।

Blog को Mobile Friendly बनाये

क्यूंकि हमारा blog एक Hindi ब्लॉग है तोह जाहिर सी बात है सिर्फ indians ही इसको पढ़ेंगे। Research के मुताबिक 9०% से जयदा indians अपने Phone से ही internet चलाना प्रेफर करते हैं।

इसीलिए एक mobile friendly design का होना अच्छा होता है। आप इसके लिए किसी AMP plugin का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।

Important Pages ज़रूर Add करे

ब्लॉग पर navigation बहोत ज़रूरी है। यह एक तरह का मैप की तरह होता है ,जिसके मदद से कोई भी आसानी से किस जगह क्या है ढूंढ पाता है। इसके लिए important pages को हमेशा अपने primary menu में रखिये और इसे अपने header में रखिये।

Important pages जैसी की About us , Contact us , privacy policy , Disclaimer , Categories को बनाये।

Search Console में अपना Blog को Add करे

Blog को अच्छे से बनाने के बाद बारी आता है गूगल को बताने की। इसके लिए आप को अपना site को google के search console में add करना होगा।

Search console एक ऐसा free tool है जहाँ आप free site audit कर सकते हैं और यह किसी भी premium tool से बेहतर है।

Sitemap को Add करे

Google search console पर अपना ब्लॉग को add करने के बाद आप को अपना sitemap को add करना होता है।

एक sitemap के ज़रिये आपके blog में जितने भी pages , articles हैं सबको google अच्छे से crawl कर सकता है और इससे उन्हें index होनेमे मदद मिलती है।

आप Yoast SEO plugin इस्तेमाल करते हैं तोह आसानी से Xml sitemap generate कर सकते हैं।

Social Media Profiles बनाये

Facebook, Twitter, Instagram, linkedIn, Quora पर अपने ब्लॉग के नाम का Social profiles बनाये। इसमें आपका social media पर visibility बढ़ेगा और आपको एक quality backlink मिलेगा।

Article को थोड़ा lengthy रखे

SERP में आप अगर देखेंगे तोह आपको पता चलेगा की top 10 posts में जितने भी articles हैं सबका average word count 1000 से 1500 तक होता है।

आप एक लम्बे Article के मदद से ही किसी भी topic को पूरी तरह से समझा सकेंगे और google के नज़र पर भी यह valuable माना जायेगा और आपका ranking करनेका chances बढ़ जायेगा।

अच्छे से keyword research करे

Article को rank करने केलिए ज्यादा तर ब्लोग्गेर्स low volume keyword और low competition keyword को find करके उन् पर article लिखते हैं , इससे post तोह rank हो जाता है पर traffic नहीं आता।

Keyword research करते वक़त हमेशा high search volume Keyword को ढूंढे और उसका difficulty level देखके उस पर article लिखें।

URL Structure को Keyword के हिसाब से रखे

अपने url का structure को हमेशा user friendly रखें इससे google को आसानी से पता चलता है की आपके article पर किस बिषय में चर्चा किया गया है।

SEO Friendly permalink optimization

जब भी आप अपना url बनाये तोह इससे keyword के मुताबिक रखे और कोशिश करें की इससे छोटा रखें।

में निचे आपके साथ कुछ tips शेयर करना चाहूंगा जिसे की में इस्तेमाल करता हूँ अपने blog पर।

  1. जब भी आप keyword search करे तोह किसी ऐसा tool का इस्तेमाल करे जो hindi keyword को भी support करता हो। मैंने ऐसे ही कुछ tools के बारेमे निचे दिए गए article पर बताया है आप चाहे तोह पढ़ सकते हैं। फिर आप उस keyword को आपके title , first paragraph ,first heading और last paragraph में ही इस्तेमाल करे।
  2. Hindi भाषा में कभी भी keyword को अपने Slug में मत डालें ,क्यूंकि google के urls hindi language को support नहीं करते। हाँ, पर अगर आप चाहे तोह इसे अपने image के alt text के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।
  3. अगर आप किसी SEO tool का इस्तेमाल करते हो तो आपको Hindi Article लिखते समय बहोत प्रोब्लेम्स दिखाई देंगे उसको Ignore करे तो अच्छा है।

> Important tools for Blogger 

Tips For Hindi Bloggers

अगर आप एक Hindi blogger हैं और SEO में दिक्कत आती है तोह मैं ऐसे कुछ tips आपके साथ share करने वाला हूँ जिससे आपको काफी मदद मिल सकती है।

  • Always use google related keywords for keyword research
  • Never use hindi language in your Url
  • Always use your keyword in image alt-text
  • Rename your photo with your keyword
  • Ignore SEO tool suggestions just do use your technique
  • Always share article on social media after publishing

मुझे उम्मीद है की आपको यह पढ़ने के बाद थोड़ा बहोत जानकारी ज़रूर मिल गयी होगी की SEO क्या है और Search engine optimization (SEO) कैसे करे के बारे मे। और Hindi bloggers केलिए भी शायद कुछ ज़रूरी information जो मैंने दी है वह काम आएगी। SEO उतना भी complicated नहीं है जितना लगता है इसे अच्छे से किया जा सकता है थोड़ा practice के मदद से।

आशा करता हूँ की आपको SEO के बारे मे जानकारी देने मे में कामियाब हुआ , अगर इससे जुडी कोई सवाल हो तोह आप ज़रूर निचे comment करके पूछे।

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