हम उस ज़माने में जी रहे हैं जहाँ की हर दिन technology का सहारा लेना पड़ता है। और data transfer इनमे से बहोत ही मामूली लगता है। Bluetooth क्या है (What is Bluetooth in Hindi) किसे नहीं पता ,जब कभी कुछ file transfer करनेकी बारी आती है तोह इसका ही जिक्र होता है।
Data transfer आज कल लगभग सारे device में enable हो चूका है ,इसे हम दूर से भी अपने device में जोड़ कर इस्तेमाल कर सकते है और इसमें हमारा मदद करता है Bluetooth.
बहोत सरे electronic device जैसे की phones ,audio devices ,video devices इन सबमे Bluetooth का होना तय है। इसको ज्यादा तर Images,videos,files,Document,Apps इन सब को एक phones से दूसरे में transfer किया जाता है।
इसके अलावा हम इसका इस्तेमाल cars में call केलिए भी कर सकते हैं। Bluetooth एक बहोत ही ज़रूरी feature हो चूका है ,जिसके बिना की data transmission अधूरी मानी जाती है।
हम आज इस लेख में Bluetooth क्या होता है और इसके कुछ advantage और disadvantage क्या क्या हैं इनके बारेमे जानने वाले हैं। ज्यादा बातें ना करते हुए चलिए लेख पर आते हैं।
Bluetooth क्या है (What is Bluetooth in Hindi)
Bluetooth एक data transfer technology है जो की एक wireless connection के मदद से एक device से दूसरे device तक data transfer करता है। हर तरह का Data जिनमे Images,videos,apps,documents,graphics या सब शामिल हैं।यह Ultra-high radio frequency (UHF) का इस्तेमाल करके data exchange को अंजाम देता है।
आज कल जितने भी communicative devices हैं लहभग सबमे मैं Bluetooth महजूद होता है। इसकी ख़ास बात यह है की यह किसी Wires,USB का इस्तेमाल नहीं करता अपना काम करने केलिए ,यह सब मुमकिन हो पाता है wireless network की वजह से।
कमसे काम 1 mtr से लेकर 50 mtr तक यह दूसरे device के साथ एक मज़बूद संपर्क बनाता है ,जो की अटूट होता है। इसे आप इसका खूबी बी कह सकते हैं और खोट भी ,क्यों की यह बस कुछ limit तक ही सिमित है इससे आगे यह नाकाम हो जाता है।
आजकल बहोत सारे ऐसे Apps आ गए हैं जिनके वजह से Bluetooth का इस्तेमाल files transfer केलिए नहीं किया जा रहा बल्कि इसका इस्तेमाल दूसरे devices जैसे की MP3 player ,stereo ,car GPS ,calling devices इनसब में हो रहा है।
Bluetooth का इतिहास (History of Bluetooth)
सं 1987 में Sir Nills Rydback के द्वारा Bluetooth का invention हुआ था। इसका invention करने वाली company का नाम था Ericsson Mobile जो की Sweden में है। Bluetooth का इज़ात सबसे पहले एक wireless headphone बनाने केलिए किया जा रहा था पर यह आगे चलके एक data transfer technology में परिबर्तित हो गया।
Bluetooth कोई technical term नहीं है इसका नामकरण एक राजा Harald Bluetooth के नाम से रखा गया था।
हम अब्ब जो Bluetooth technology का इस्तेमाल करते वह वह सं 1999 में develop किया गया था,और इसे Public केलिए available कराया गया था। अब Bluetooth को SIG (Bluetooth Special Interest group) नामकी एक संस्था manage करती है। IEEE ने Bluetooth को standardize करा था IEEE 802.15.1 में।
यह कैसे काम करता है ( How does Bluetooth work )
जैसे की हम जानते हैं Bluetooth एक wireless technology है जो की बहोत काम distance coverage में काम करनेका क्ष्य्मता रखता है। 2.402Ghz to 2.480Ghz तक एक short-wavelength UHF radio waves के मदद से Bluetooth, Data transfer करता है। यह जिस radio frequency का इस्तेमाल करता है उसका नाम है Frequency-hoping spread spectrum।
Bluetooth सबसे पहले data को छोटे छोटे data packets में बदल कर हर एक packet को 79 अलग अलग Bluetooth channels में transmit करता है जहाँ की हर एक चैनल का bandwidth 1MHz तक का होता है।
Bluetooth का Range इसके सब versions में अलग अलग होता है different bandwidth के वजह से , जो की ज्यादा से ज्यादा 50 mtr से 100mtr तक का होता है। Data ट्रांसमिशन versions के साथ साथ कुछ और factors जैसे की device की quality और enviroment पर भी निर्भर करता है।
Bluetooth versions क्या क्या है (Versions of Bluetooth)
Bluetooth को इसके speed और range को देखते हुए अलग अलग versions में separate किया गया है। चलिए इसके बारेमे जानते हैं।
1.Bluetooth V 1.x – यह सबसे काम इस्तेमाल होने वाली Version में से एक है। इसका range बहोत काम तोह होता ही है और Speed भी इसकी बस 1 Mbps तक का ही है।
2.Bluetooth V 2.x – पहले के दिन में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाल Version यह है। इसका speed लगभग 3Mbps तक मुमकिन हो पाता है।
3.Bluetooth V 3.x – V 2x से ज्यादा speed provide करने केलिए v3 का development हुआ था। ज्यादा speed होनेके वजह से यह ज्यादा power consumption करता है
4.Bluetooth V 4.x –
इस version में high-speed transmission मुमकिन है और साथ ही यह low power consume करता है। यह ज्यादातर smart devices जैसे की smart watches में इस्तेमाल होता है।
5.Bluetooth V 5.x – Version 5 ऊपर mention किये हुए सारे versions में से fast और ज्यादा range cover कर सकता है। High bandwidth के वजह से इसका range पिछले version के मुकाबले 4 गुना ज्यादा होता है। इसका इस्तेमाल IOT devices में होता है।
इसके कुछ महत्वपूर्ण features
- less power consumption – Bluetooth इतना अच्छा technology के होनेके वजह से heavy work करके भी बहोत काम Power consume करता है।
- Cheap Price – यह दुनिया में available सब technology में से सबसे सस्ता और चीप है। इसीलिए इसकी use बहोत बढ़ती जा रही है।
- Robustness – यह बहोत जल्दी एक device के साथ connection बनाता है और यह अटूट होता है ,कुछ factors के वजह से इसमें बाधा आ सकता है नहीं तोह इसके connection बहोत robust होता है।
- Distance – यह एक wireless technology होते हुए भी लभगग 100 mtr तक अपना connection बना सकता है।
- Easy to connect – इसके ज्यादा इस्तेमाल होनेका यह एक बड़ा कारण है क्यों की इसे कोई भी भोत आसानी से इस्तेमाल कर सकता है।
Advantages of Bluetooth
चलिए इसके कुछ advantages के बारेमे बात करते हैं।
- बहोत जल्दी connection बनाने में माहिर है।
- ज्यादा इस्तेमाल होने के बाबजूद भी बहोत काम power consumption करता है।
- दूसरे device साथ एक मज़बूद connection बनाता है। जितने भी और wireless technology है सबसे इसका कनेक्शन strong होता है।
- इसके मदद से हम Bluetooth device के मदद से phone के बिना भी call कर सकते हैं।
- इसका एक बड़ा advantage यह भी है की हम अपने घर में इस्तेमाल होने वाले IOT devices को bluetooth के मदद से operate कर सकते हैं।
- दूसरे devices जैसे की MP3 player , Stereos , Video player ,Car’s GPS , Lights , Computer etc को भी हम अपने phone से जोड़ सकते हैं।
- Bluetooth के मदद से हम computer में internet का भी लाभ उठा सकते है। इसके लिए ज़रूरी होता है बस एक USB का।
Disadvantages of Bluetooth
इतने advantages हैं तोह ज़ाहिर सी बात है की कुछ disadvantages भी होंगे जिनके बारेमे हर किसीको जनना बहोत ज़रूरी है। चलिए इसपर कुछ गौर किया जाये।
- Bluetooth किस तरह से इस्तेमाल किया जाता है इससे आप सब बहोत अच्छे से वाकिब होंगे। फिर भी इसमें security की कमी होती है। Bluetooth connection को एक secure connection नहीं माना जाता।
- Connectivity में ज्यादा से ज्यादा distance coverage मतलब अच्छा connection माना जाता है। Bluetooth दुसरो के मुकाबले बहोत काम दुरी तक connection बना सकता है।
- इसकी bandwidth बहोत कम होती है।
Applications of Bluetooth
हम रोज़मर्रा के ज़िन्दगी में ना जाने कितने technology का इस्तेमाल करते हैं ,उनमे से Bluetooth का भूमिका बहोत ज्यादा होता है। चलिए जानते हैं कि Bluetooth का इस्तेमाल और कहाँ कहाँ किया जाता है।
- एक mobile और handsfree headset के बीच एक strong connection बनाता है। Bluetooth की सबसे ज्यादा use इस काम को करने में होता है।
- Can establish Connection with smart devices like Smart Phones , Cars , Smart Watches , Smart Locks etc
- इसका इस्तेमाल Computer के कुछ hardwares जैसे की keyboard,mouse,printers को connect करने केलिए होता है।
- PC में VR का इस्तेमाल करने केलिए इस्तेमाल होने वाले Motion controller को Bluetooth से ही जोड़ा जाता है।
- Bluetooth का इस्तेमाल से Real-time location system से किसी को भी track किया जा सकता है।
- इसे calling device के तौर पे भी इस्तेमाल किया जाता है।
- Low bandwidth होनेके वजह से यह जिस system पर USB का support नहीं होता वहां पर use किया जाता है।
Bluetooth का भबिष्य (Future of Bluetooth)
Bluetooth एक ऐसा technology है जो की बहोत काम समय में दुनिया में अपना छाप छोड़ने में कामियाब हो चूका है। Wireless technology के बढ़ते हुआ हालत को देखते हुए यह कहना सही होगा की Bluetooth का इस्तेमाल आने वाले समय में बहोत काम हो जायेगा।
अब ऐसे बहोत सारे ऐसे applications और softwares आ गया हैं की जो की WiFi का इस्तेमाल करके बहोत fast data transfer करने में माहिर हैं। यही सबसे बड़ा reason है Bluetooth का use काम होने में।
Bluetooth क्या है से आपने क्या सीखा
आशा करता हूँ की आप सबको मेरा यह लेख Bluetooth क्या है (What is Bluetooth in Hindi) समझ में आया होगा। मैंने आप सबको ज्यादा technical way में ना समझा कर थोड़ा सरल बनाके समझने की कोशिश की है ताकि सबको आसानी से समझ में आ जाये। अगर यह सब पढ़ने के बाद भी आपके मैं में कुछ सवाल है तोह आप बेझिझक comment box में पूछ सकते हैं।
और एक आखरी गुज़ारिश यह है की जाते जाते इस लेख को अपने दोस्तों में और रिश्तेदारों के साथ share करदिजिये ताकि उनको भी इसके Bluetooth क्या है के बारेमे कुछ और information मिल जाये।