नमस्कार दोस्तों, यह कहना गलत नहीं होगा की हम सब को पता है कि Computer और Mobile में सबसे बड़ा खतरा Virus ही होता है। यह Computer Virus क्या है और यह कैसे हमारे Device के लिए खतरा बन जाता है, आज हम इसी विषय पर जानकारी हासिल करने जा रहे हैं आखिर तक बने रहिये।
Virus कोई Automatically Generated Program नहीं होता बल्कि यह एक बनी बनायी Program होता है जो की किसी कमजोर Device को Attack करने के लिए, जरूरी सूचना चुराने के लिए और किसी के काम में बाधा डालने के लिए बनाया गया होता है।
बस थोड़ी सी गलती और यह किसी भी Device में घुस जाते हैं। यह मुमकिन हो पाता है जब कोई User किसी Unspecified Mail को Open करता है, किसी Unauthorized Site पर Travel करता है या फिर किसी Porn Sites पर Visit करता है, क्योंकि ऐसी जगह पर Virus भरे पड़े होते हैं।
वैसे तो सबको पता है की Virus क्या होता है पर सबको यह नहीं पता की अगर उनके Device में Virus घुस जाये तो उससे कैसे बचे और क्या करने से हमेशा के लिए Virus से बचे रहे।
आज हम इस लेख में सारी जानकारी जैसे की Computer Virus क्या है, यह System में कैसे घुस जाता है, इससे कैसे बचा जा सकता है के बारे मे बात करने वाले हैं। तो चलिए ज्यादा देरी ना करते हुए इस विषय को शुरू करते हैं।
Computer Virus क्या है
Computer Virus एक Auto Execute Malicious Program होता है जो की Device में घुस कर Computer के कार्य में बाधा उत्पन्न करता है यह ख़ास कर इसी मकसद से ही Design किये गए होते हैं।
यह Internet और Emails के माध्यम से Device पर छोड़े जाते हैं। यह Device के Boot Memory में घुस कर System को धीमा कर देता है और Data को Destroy करता है जिससे की User को Data Recover करने में बहुत दिक्कत आती है।
आपके मन में यह सवाल भी आ रहा होगा की इसे मैंने एक Auto Execute Program क्यों कहा है। Virus अगर एक बार आपके System में Enter कर जाता है उसे रोकना लगभग नामुमकिन हो जाता है।
यह तब खत्म होता है जब यह System को बर्बाद ना कर ले इसीलिए Virus को Enter करने से पहले ही रोकना पढ़ता है कुछ Anti-Virus Software की मदद से।
Virus क Full Form – Vital Information Resource Under Seize होता है। इसका मतलब किसी भी जरूरी जानकारी को Forcefully Access करके उसे Destroy कर देना।
Computer Virus का इतिहास
Computer Virus का जन्म Robert Thomas के द्वारा संन 1971 को हुआ था जो की BBN Technologies नामक एक Company में काम करते थे और उसी दौरान उन्होंने एक ऐसा Program बनाने का सोचा जो की दूसरे के System में आसानी से घुस कर उसका Access कर सके।
सबसे पहला इसका नाम Creeper रखा गया था जो की इसके कार्य को Perfectly Defined करता था। यह एक Experimental Program था जो की बनाया गया था यह देखने के लिए की क्या यह सच में दूसरे System से Data चुराने में सक्षम है।
Creeper को कुछ इस तरह Programmed किया गया था की जब भी यह किसी System को Access करने में कामियाब हो जाता था तब Screen पर एक Message Show करता था कुछ इस तरह “I’m the Creeper, Catch Me if you can”
फिर सन 1983 को Fred Cohen ने इस तरह के Program को Computer Virus नाम से परिचित कराया। Elk Cloner सबसे पहला ऐसा Virus है जो की सीधे Boot Sector पर हमला कर उसे पूरी तरह काबू में करने में कामियाब हुआ था।
Virus के प्रकार
Virus एक Auto Execute Program है जो की अपने काम को पूरा करने के बाद अपने आप Destroy हो जाता है। इसके बहुत से प्रकार होते हैं जिसके बारे में नीचे बताने जा रहा हूँ।
1. Boot Sector Virus
Boot Sector Virus सिस्टम म इस्तेमाल होने वाले Floppy Disk को Attack करता है और कभी-कभी हार्ड डिस्क के Boot Sector को भी Attack करके Files को Corrupt कर देता है।
2. Direct Action Virus
Direct Action Virus ज्यादातर .exe और .com files को अटैक करते हैं और इसके Duplicate Files बना देते हैं जिससे की User को Original File Access करने में दिक्कत आती है।
3. Resident Virus
यह Virus System के RAM के अंदर होते हैं इसीलिए इन्हे Resident Virus कहते हैं। यह Performance को Slow करने के साथ Files को Overwrite करते हैं।
4. Multipartite Virus
यह ज्यादा Spread होने वाला Virus मैसे एक है जो की कईं तरह के Unauthorized Action करने में माहिर है। यह खतरनाक इसलिए है क्योंकि यह xecutable files के साथ साथ boot sector को भी attack कर सकता है।
5. Polymorphic Virus
इस तरह का Virus एक तरह का Special Encryption का इस्तेमाल करते हैं जिससे की किसी भी Anti Virus को इसे Find करना मुश्किल हो जाता है। Polymorphic Virus बहुत आसानी से खुद को Replicate कर सकते हैं।
6. Overwrite Virus
Overwrite Virus का काम किसी File को Overwrite करके उसका एक Duplicate बनाकर Original File को हमेशा के लिए Corrupt कर देना होता है। इससे छुटकारा पाने का सिर्फ एक ही रास्ता है Files को Delete कर दीजिये।
7. File Infector Virus
यह virus भी system के files या तो program को attack करता है। जब भी user उस program को run करता है यह पुरे system में spread हो जाता है और device को slow करदेता है।
8. Macro Virus
इसे Micro Language में Programmed करके किसी Application में Embed कर दिया जाता है। जब भी वह Application Open होता है बहुत सारे Unwanted Actions अपने आप ही होने लगते हैं।
9. Rootkit Virus
इसे सबसे खतरनाक Virus माना जाता है क्यूंकि यह System के Root Access को सबके लिए Open कर देता है जिससे की Attackers आसानी से इसे Attack करके Files को Access करने में कामियाब हो जाते हैं।
10. Network Virus
Network Virus LAN की मदद से पूरे Network में Spread हो जाते हैं और उससे Connected Device में घुस के files को access करते हैं।
11. Stealth Virus
यह एक ऐसा virus है जो की anti virus के नज़र से बचके रहता है। Stealth virus को कुछ इसतरह programmed किया जाता है की यह antivirus को एक original program के रूप में दिखाई देता है। यह अपने आप ही कभी कभी खुद को system से delete करदेता है।
12. Spacefiller Virus
Spacefiller Virus एक बहुत ही Rare किस्म का Virus होता है जिसे की Cavity Virus के नाम से जाना जाता है। यह खुद को Files के Empty Section में Install करके space fill करता है।
Virus System में कैसे घुसते हैं
हम चाहे अपनी Health की जितनी भी Care कर लें हमे बीमारी होती ही है वैसे ही Computer को भी इसी Virus के कारण बीमारी होती है।
हम अपने Device को Firewall Protection भी Provide करते हैं फिर भी कुछ गलतियों की वजह से यह Virus Infected हो जाता है। कुछ गलतियां होती है जिसकी वजह से यह आसानी से हमारे सिस्टम में घुस जाते हैं ऐसे ही कुछ गलतियों के बारे में हम नीचे पढ़ने वाले हैं।
1. Email Attachments :- Emails Virus को Spread करने का Easy तरीका होता है। हम ना जाने दिन मे कितने Emails Receive करते हैं पर उनमे से कितने Emails Official होते हैं।
बहुत कम और ज्यादातर Emails promotions और दूसरे तरह के advertisement के होते हैं। इन्ही emails के अंदर attackers अपने program को embed करके भेजते हैं तै जब भी उसे कोई user open करता है यह system में spread हो जाते हैं।
2. Third-party applications :- Software के अंदर Virus होना आज कल बहुत common हो गया है। हम अगर किसी third-party software को अपने system में install करते हैं तब इसमें virus होने का ज्यादा chances होता है। जब भी आप किसी software को download करे यह जरूर चेक करें की यह पूरी तरह से safe है या नहीं।
3. Unauthorized Sites :- Unauthorized Sites बनाये ही इसलिए जाते हैं की Virus को Spread किया जा सके। Internet पर ऐसे लाखों Sites हैं जो की Virus Embeded होते हैं इनमे से ज्यादातर Movie Downloading Sites, Porn Sites और Application Downloading Sites होते हैं।
System Virus Infected है कैसे पता चलेगा
ज्यादातर लोग अपने Storage में Unidentified Folders को देखकर अंदाजा लगाते हैं की उनका Device Infected है। क्या होगा अगर Virus Duplicate Files ना बना कर किसी दूसरे तरह से आपके System को Infect करे, इसीलिए हमे यह जानना जरूरी है की ऐसे क्या-क्या Sign हैं जिससे की यह पता चले की System Virus Infected है।
(i). Un Indentified folders :- Storage में किसी Unknown Folder या Files का अपने आप ही Create हो जाना।
(ii). Slow Performance :- Device का बिलकुल Slow हो जाना।
(iii). Automatic Actions :- अपने आप ही फ़ोन में Actions जैसे की Files खुल जाना, अप्प्स का Open हो जाना।
(iv). File Corruption :- File का डिलीट हो जाना या फिर वह फाइल corrupt हो जाना।
(v). File Replication :- storage में एक file का अनेक replica बन जाना।
वायरस को रोकने का तरीका
System एक बार अगर Virus Infected हो गया तो उसे रोक पाना मुश्किल होता है और Normal User के लिए तो मुमकिन सा हो जाता है। कुछ ना कर पाने कि वजह Data धीरे-धीरे Delete और Corrupt होता देखते रहते हैं और कुछ नहीं कर पाते।
अब ऐसे में सिर्फ दो ही रास्ते हैं या तो आप पहले से ही अपने System को Virus Protected रखें नहीं तो System को बर्बाद होते हुए Helplessly देखते रहें।
आज ऐसे कुछ tips आपके साथ share करने वाला हूँ जिसकी मदद से आप Virus को system से कोशो दूर रख सकते हैं, इससे system virus infected होने से बचा रहता हैं।
- हमेशा system को password protected रखें क्योंकि कोई भी authorization के बिना system में घुस नहीं सकता।
- password को हमेशा strong रखें, strong मतलब letter, symbols और numbers का मिलता जुलता combination बनाये।
- फिर आता है system को हमेशा update रखना।
- outdated system को virus infection होने का ज्यादा खतरा रहता है।
- हमेशा एक Antivirus install करके रखिये।
- जब भी आप किसी file को download करते हैं उसे सबसे पहले scan कर लीजिये।
- किसी भी unauthorized downloading site से files जैसे की films, videos, Mp3, games download ना करें।
- Email में अगर कोई file attached मिले तो उसे ओपन ना करें, अगर sender आपका जान पहचान का हो तभी उसे open करें।
- Pop-Up blocker का इस्तेमाल करें।
Spyware क्या है
Spyware एक ऐसा program होता है जो की आपकी मर्जी के बिना आपके system में install हो जाता है। यह आपकी सारी गतिविधियाँ जैसे की search queries और दूसरे actions को spy करता रहता है। कभी कभी यह आपको ऐसे website पर भी redirect कर देता है जहाँ आप कभी जाना नहीं चाहेंगे।
Worm क्या होता है
Computer worms एक तरह Malware होता है जो की emails attachment के जरिये system में आता है। यह आपके mails के जरिये spread हो जाते हैं और आपके files जैसे की address book, webpages को attack करता है। आपके Mail id का गलत फायदा उठाते हुए यह दूसरे IDs पर infected mails भी भेज सकता है।
यह system के लिए उतना खतरनाक तो नहीं होता पर आपके performance और stability के ऊपर बुरा प्रभाव डालता है।
Trojan Horse क्या होता है
Trojan Horse एक तरह का Program होता है जो की आपके system के दूसरे programs जैसे की screen saver के अंदर छिपे रहते हैं और धीरे धीरे अपने ऑपरेटिंग सिस्टम पर अटैक करते हैं। Trojan Horse आपके system के root access को hackers के लिए open करने में मदद करते हैं।
यह एक ऐसा malware है जो खुद से spread ना हो कर virus और worms का सहारा लेता है।
FAQ
Ans. जॉन वॉन न्यूमैन
Ans. ईमेल संदेशों के माध्यम से
Ans. दुनिया का पहला कंप्यूटर वायरस The Creeper Program है, जिसे Bob Thomas ने 1971 में लिखा था।
Ans. आपराधिक संगठनों द्वारा बनाए जाते हैं जो पैसे के लिए या राजनीतिक उद्देश्यों के लिए कार्य करते हैं ।
Ans. कम्प्यूटर वायरस या कम्प्यूटर विषाणु एक कंप्यूटर प्रोग्राम (computer program) है जो अपनी अनुलिपि कर सकता है और उपयोगकर्ता की अनुमति के बिना एक कंप्यूटर को संक्रमित कर सकता है और उपयोगकर्ता को इसका पता भी नहीं चलता है।
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